Friday, December 25, 2020

वेबसिरीजो मे परोसी जा रही अश्लीलता चिंताजनक:आलोक गौड़

वेबसीरिजो मे बड़ी अश्लीलता चिंताजनक:आलोक गौड़

शोशल मीडिया,इण्टरनेट मे बड़ रहे दुष्प्रचार से अपने को बचाए

फतेहपुर।कोरोना महामारी के दौरान मुख्य धारा के सिनेमा के प्रदर्शन दीर्घकाल तक बाधित रहे।बाजार और तकनीक ने इस अवसर का लाभ उठाया।वेब सीरीज चलाने का अभियान चलाया।वेब सीरीज में गालियों की बौछार दिखायी पड़ी।शोशल मीडिया साइट्स पर अश्लील विडियो अपने आप चलने लगते,गंदे विडियो के विज्ञापन स्वत:आ जाते है इसका प्रभाव किसी एक पर नही सब पर पड़ रहा है।आनलाईन पढाई के साथ घर परिवार सबके पास मोबाइल है और उस पर अश्लीलता दिख रही है।यह भारतीय संस्कृति के प्रति जघन्य अपराध है।उक्त विचार युवा विकास समिति के जिला प्रवक्ता आलोक गौड़ के है।उनका कहना है कि किसी समाज की कला,रुचि साल-दो साल का परिणाम नहीं होती है।रुचि को सुरुचि बनाने में पीढ़ियां खप जाती हैं।कलाएं मनोरंजन के लिए होती हैं।आनंद की सृष्टि करना कला का कर्तव्य है।गालियां सभ्य समाज का हिस्सा नहीं हैं।भारतीय दण्ड विधान में वह अपराध हैं।वेब सीरीज में गालियों की बौछार है।और उन्हे वीप भी नही किया जाता है।गालियों के संवाद देकर वह समाज की रुचि विकृत कर रहे हैं।कोई कह सकता है कि वेब सीरीज की लघु फिल्मों में परोसी गयी गालियां भी दर्शकों का मनोरंजन करती हैं।ऐसा कहना सही नहीं है।यह समाज की रुचि को बदलने का अपराध है।आलोक गौड़ ने कहा कि कला-कर्मियों का कर्तव्य है कि वह समाज की रुचि को सुरुचि में बदलने का काम करें।सामाजिक सुरुचि का संवर्धन कला का मुख्य दायित्व है।झगड़ा पुरुषों में होता है।गाली मां या बहन को दी जाती है।गालियां आदर्श समाज का हिस्सा नहीं हो सकतीं।यह सामाजिक अपराध है।गालियां भारतीय प्राचीन परम्परा का हिस्सा नहीं हैं।हमारे दो महाकाव्य महाभारत और रामायण हैं।दोनों युद्ध-विवरण से भरे-पूरे हैं।रामायण के श्रीराम कैकेयी के षडयंत्र से वन-गमन के लिए विवश किये गये।श्रीराम कैकेयी पर कोप नहीं करते।वे मर्यादा पुरुषोत्तम हैं।लेकिन लक्ष्मण कोप करते हैं।वाल्मीकि के सृजन में कुपित लक्ष्मण भी कैकेयी के विरुद्ध अपशब्दों का प्रयोग नहीं करते।महाभारत भी युद्ध-कथा है यहां भी पात्र अपने क्रोध के कारण गालियां नहीं देते।हमारे सिनेमा के एक वर्ग व वेब-सिरीज में गाली और गोली को ही क्रोध अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया जा रहा है।सिनेमा सबसे लोकप्रिय कला का माध्यम है।उसी का विस्तार वेब-सिरीज है।मुख्य धारा के सिनेमा में अभी गालियों का प्रवेश नहीं हुआ है।गोलियां सिनेमा के शुरुआती समय से ही सिनेमा का प्रिय विषय हैं।वेबसीरिजो पर बड़ी अश्लीलता चिंताजनक है।

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