Saturday, January 12, 2019

मन से कपट का भाव त्यागें, यही पूतना और कंस


कथा सुनाती पूनम शास्त्री
आलोक गौड
फतेहपुर(नई सोच)।अपने बाल रूप में भगवान श्रीकृष्ण ने पूतना और कंस का वध किया। वास्तव में मनुष्य के अंतर्मन में छिपी अविद्या, कुबुद्धि, छल-कपट ही पूतना व कंस हैं। इसका नाश होने पर ही मानव जीवन का उद्धार होगा। इसलिए अपने मन के भीतर इन दुर्गुणों को पनपने न दें।यह बातें बहुआ विकास खण्ड के देवगाव(मूसेपुर)के प्राचीन काली मन्दिर मे आयोजित नौ दिवसीय शतचण्डी महायज्ञ श्रीमदभागवत कथा के दौरान कही।प्रवचनकर्ता आचार्य श्रवणदास दिवेदी ने उपस्थित भक्तों को संदेश दिया कि बांके बिहारी को छल-कपट, राग-द्वेष, अभिमान पसंद नहीं है।मनुष्य में जब-जब इसकी अधिकता होती है और वह असुरों की भांति पाप करने लगते हैं, तो सृष्टि की रक्षा के लिए प्रभु अवतार लेकर उनका संहार करते हैं। व्यासपीठ से आचार्य ने कहा कि माखन चोरी वास्तव में श्रीकृष्ण द्वारा गोपियों का हृदय चुराने की लीला है। भगवान की लीलाओं पर संदेह न करें। प्रभु ने कालिया नाग को नाथ कर फन पर नृत्य कर यह संदेश दिया, अहंकार न करें, यह विनाश की ओर ले जाता है।

जरा मुरली की तान सुना दे तुझे हम माखन देंगे

प्रवचन के दौरान संगीतमय भजनों की व प्रसंग से जुड़ी झांकी की प्रस्तुति भी दी जा रही है।कन्हैया द्वारा माखन चुराने के प्रसंग के दौरान जरा मुरली की तान सुना दे, तुझे हम माखन देंगे, मेरे छोटो सो बिहारी बड़ा प्यारा लागे और देखो कालिया के फन पर नाचत कन्हैया...भजन पर श्रोता झूम उठे।              
प्रभु तो कण-कण में है सच्चे मन से उन्हें पुकारें

प्रवचन के दौरान भगवान कृष्ण की महिमा का बखान करते हुए सहायक कथव्यास पूनम शास्त्री ने कहा कि प्रभु तो कण-कण में व्याप्त हैं भक्ति भावना के साथ सच्चे मन से उन्हें पुकारो वे अपने भक्तों की मदद के लिए दौड़े चले आते हैं। ...मेरे बांके बिहारी सांवरिया तेरा जलवा कहां पर नहीं है, आंख वालों ने तुमको है देखा, कान वालों ने तुमको सुना है,तेरा दर्शन उसी को हुआ है जिसकी आंखों में परदा नहीं है भजन पर श्रोता झूम उठे।कथा सुनने को बडी संख्या मे भक्त उमडे।आयोजक विष्णुकान्त तिवारी,भागवतप्रसाद त्रिवेदी,राजकुमार तिवारी,गणपति पूजन आरती करवाया।हरीशचंद्र,शिवमिलन,दयाराम,देशराज,विजयपाल,शिवम,राहुल तिवारी,झुल्लंन,संगीता,जिज्ञासा,पुस्पा आदि रहे।                                       

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